बालगीत - चँऊ मँऊ....

कविता -  चँऊ मँऊ....

       चँऊ मँऊ चँऊ मँऊ
     थोडासा खाऊ
      मला देना ताऊ
      चँऊ मँऊ...
डब्यातले लाडू
चिवडा काढू
आईची परवानगी आगोदर घेऊ
   चँऊ मँऊ...
   चिंचा बोरे
  आवळा पेरु
   रानात आपन फिरायला जाऊ
चँऊ मँऊ...
द्राक्षे केळी
आंबा चिक्कू
एक सफरचंद रोज खाऊ
चँऊ मँऊ...
     दाळ भात
     चपाती भाजी
     रोज सकाळी दूध पिऊ
      चँऊ मँऊ...
केक आईस्क्रीम
कँडबरी चॉकलेट्स
नेहमिच नको दूकानातला खाऊ
चँऊ मँऊ...
    खुप खेळू
    अभ्यास करु
    रोज आपन वेळेवर जेऊ
   चँऊ मँऊ...
लवकर उठू
लवकर झोपू
तरच आपन निरोगी राहू
चँऊ मँऊ...

       कवि - श्री.दत्ता ढाकणे -बावीकर
               मो.नं.९८६७०६२३९७
>      ईमेल-dldhakne@gmail.com

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